थोड़ा जल स्वयं पी लें और मिश्री प्रसाद के रूप में बांट दें।
शिव चालीसा भगवान भोलेशंकर को समर्पित है। इस शिव चालीसा का नियमित पाठ करने से महादेव आशीर्वाद प्रदान करते है और आपके जीवन में सुख-समृद्धि का संचार करते है।
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
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ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥ जो यह पाठ करे मन लाई ।
भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री Shiv chaisa शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ more info से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस का पाठ more info खूब करते हैं।
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥